Kakatiya Rudreshwara Temple in Hindi, तेलंगाना के काकतीय रुद्रेश्‍वर मंदिर को विश्‍व धरोहर सूची में शामिल किया गया। - TopTak Study



काकतीय रुद्रेश्वर मंदिर यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल।

तेलंगाना के वारंगल जिले के पालमपेट में स्थित काकतीय रुद्रेश्वर मंदिर (Kakatiya Rudreshwara Temple) को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची (World Heritage Site) में शामिल कर लिया गया है।

इस मंदिर का निर्माण 1213 ईस्वी में काकतीय वंश के शासक राजा रूद्रदेव के द्वारा करवाया था। वारंगल में स्थित यह मंदिर लगभग 800 वर्ष पुराना है। इस मंदिर का दूसरा नाम रामप्पा मंदिर है। जो इस मंदिर के वास्तुकार के नाम पर रखा गया।

मार्को पोलो ने काकतीय रुद्रेश्वर मंदिर (Kakatiya Rudreshwara Temple) को तमाम मंदिरों में चमकता सितारा कहा है। यह मंदिर विशाल खंभों एवं विशाल प्रवेश द्वार के कारण दुनिया भर में प्रसिद्ध है। यह मंदिर भगवान विष्णु शिव और सूर्य को समर्पित है। 

 युनेस्को (UNSCO) :-

  • मुख्यालय:- पेरिस (फ्रांस)

  • अध्यक्ष:- आंद्रे अजोले

  • स्थापना:- 16 नवंबर 1945 (भारत 1946 में शामिल) 

  • काकतीय रुद्रेश्वर मंदिर (Kakatiya Rudreshwara Temple) यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची (World Heritage Site) में भारत का 39 वां धरोहर स्थल बन गया है।

  • भारत के अब कुल 39 स्थल विश्व धरोहर सूची (World Heritage Site) में शामिल हों गये है। जिनमें से 31 सांस्कृतिक धरोहर एवं 7 प्राकृतिक धरोहर तथा 1 मिश्रित धरोहर कंचनजंगा नेशनल पार्क हैं। जो विश्व की एकमात्र मिश्रित धरोहर है।

भारत के प्रमुख मंदिर :-

  • पद्मनाभ स्वामी मंदिर:- यह मंदिर केरल राज्य में स्थित है। यहां भगवान विष्णु की लेटी हुई प्रतिभा स्थित है।

  • अंकोरवाट का मंदिर:- विदेश में स्थित एकमात्र भगवान विष्णु को समर्पित यह मंदिर कंबोडिया में स्थित है।

  • सबरीमाला मंदिर:- लॉर्ड अय्यप्पा को समर्पित यह मंदिर केरल में स्थित है यहां मकरविलक्कू त्यौहार पर मेला लगता है। इस मंदिर में महिलाओं का प्रवेश वर्जित है।

  • कोणार्क मंदिर:- भगवान सूर्य को समर्पित यह मंदिर उड़ीसा में स्थित है। इसे ब्लैक पैगोडा कहा जाता है।

  • कामाख्या माता मंदिर:- यह मंदिर असम में स्थित है। यहां अंबुबाची का मेला लगता है।

  • विरुपाक्ष मंदिर:- यह मंदिर कर्नाटक राज्य के हंपी नामक स्थान पर स्थित हैं।

  • कैलाश मंदिर:- पहाड़ को काटकर बनाया गया यह मंदिर एलोरा महाराष्ट्र में स्थित है।

  • खजुराहो का मंदिर:- पंचायतन शैली में बना हुआ यह मंदिर मध्यप्रदेश के खजुराहो स्थित है। इस मंदिर को चंदेल शासकों ने बनवाया था।

  • वृद्धेश्वर मंदिर:- तमिलनाडु के तंजौर में स्थित यह मंदिर चोल शासकों द्वारा बनवाया गया।

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