कृषिकर्ण परियोजना।
हाल ही में केरल में शुरू की गई कृषिकर्ण परियोजना के तहत मिनी पॉलीहाउस बनाया जाएगा जो कि एक प्रकार का ग्रीनहाउस है। यह नेशनल सोसाइटी फॉर एग्रीकल्चरल हॉर्टिकल्चर (SAHS) एवं Qore3 की एक संयुक्त पहल है। कृषिकर्ण के तहत लगभग ढाई प्रतिशत जमीन पर छोटे-छोटे पॉलीहाउस बनाये जाएंगे। प्रत्येक प्लास्टिक घर की कुल अनुमानित कीमत लगभग 2,35,000 रुपये है।
कृषिकर्ण परियोजना ग्रीनहाउस, मछली और सब्जियां और मशरूम की खेती को शामिल है। जो किसान इस परियोजना से जुड़े हैं। उनकी जमीन पर केरल सरकार ने काम शुरू कर दिया है। आने वाले कुछ ही हफ्तों में बीज बोए जाएंगे।
नेशनल सोसाइटी फॉर एग्रीकल्चरल हॉर्टिकल्चर
SAHS सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त एक सहकारी संगठन है जो कृषि और बागवानी की खेती को बढ़ावा देने के लिए बनाया गया है। सस्टेनेबिलिटी फाउंडेशन, तिरुवनंतपुरम में स्थित एक गैर-सरकारी संगठन हैं जो सतत विकास को बढ़ावा देता है।
Qore3 केरल में स्थित एक इनोवेशन स्टार्ट-अप कंपनी है जो खेती के लिए शुरू से अंत तक समर्थन प्रदान करने का दावा कर रही है।
अनीश एन. राज ने केरल का सर्वश्रेष्ठ हाई-टेक किसान पुरस्कार जीता हैं। यह Qore3 इनोवेशन के कृषि विज्ञानी भी हैं जो कृषिकर्ण के नवाचारों को लागू करने में मदद कर रहे हैं।
केरल की कृषि पर जलवायु परिवर्तन का नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। इसलिए, उच्च तकनीक वाली कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देना आवश्यक समझा जा रहा है ताकि किसान पूरे वर्ष खेती कर सकें। Qore3 इनोवेशन ने केरल में 30 से अधिक परियोजनाओं को सफल हाई-टेक फार्म स्थापित करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
महत्वपूर्ण बिंदु :-
- सिल्वर लाइन प्रोजेक्ट केरल सरकार ने शुरू किया है।
- वन स्कूल वन आईएएस अभियान केरल सरकार ने शुरू किया है।
- स्मार्ट किचन योजना केरल सरकार शुरू की है।
- उकेरिया जोशी चींटी की नई प्रजाति है जो केरल राज्य में खोजी गई।
- केरल की स्वास्थ्य मंत्री के.शैलेजा, जिन्हें Top Thinkar Award दिया गया।
- गौरी अम्मा केरल की पहली राजस्व मंत्री जिनका हाल ही में निधन हो गया।