विश्वविद्यालयों में ट्रांसजेंडरों को आयु सीमा में छूट।
केरल राज्य ने विश्वविद्यालयों में ट्रांसजेंडर अभ्यर्थियों के लिए विश्वविद्यालय के विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश पाने वाले अभ्यर्थियों लिए आयु सीमा को समाप्त कर दिया गया है।
राज्य ट्रांसजेंडर न्याय बोर्ड ने कहा कि ट्रांसजेंडर अभ्यार्थियों के लिए विश्वविद्यालय एवं कॉलेज में प्रवेश पाना एक कठिन समस्या बन गई थी। क्योंकि जब तक उनकी पहचान सार्वजनिक होती है।तब तक उनकी उम्र बढ़ जाती है।
केरल राज्य उच्च शिक्षा परिषद एवं विश्वविद्यालयों ने सरकार से ट्रांसजेंडर अभ्यर्थियों के लिए ऊपरी आयु सीमा में छूट के लिए अनुरोध किया था।
2014 में भारत के सुप्रीम कोर्ट ने ट्रांसजेंडरों को 3rd जेंडर घोषित कर दिया था। इसके बाद भारत ऐसा करने वाला विश्व का पहला देश बन गया है।
केरल राज्य 2015 में ट्रांसजेंडर पॉलिसी लाने वाला देश का पहला राज्य बना।
कर्नाटक राज्य 2021 में सरकारी नौकरी में ट्रांसजेंडरों को 1% आरक्षण देने वाला देश का पहला राज्य बना।
अब केरल राज्य ने विश्वविद्यालयों में विभिन्न पाठ्यक्रम में प्रवेश पाने वाले ट्रांसजेंडर छात्रों की अधिकतम आयु सीमा को समाप्त कर दिया है।
महत्वपूर्ण बिंदु :-
- सिल्वर लाइन प्रोजेक्ट केरल सरकार ने शुरू किया है।
- वन स्कूल वन आईएएस अभियान केरल सरकार ने शुरू किया है।
- स्मार्ट किचन योजना केरल सरकार शुरू की है।
- उकेरिया जोशी चींटी की नई प्रजाति है जो केरल राज्य में खोजी गई।
- केरल की स्वास्थ्य मंत्री के.शैलेजा, जिन्हें Top Thinkar Award दिया गया।
- गौरी अम्मा केरल की पहली राजस्व मंत्री जिनका हाल ही में निधन हो गया।
- ट्रांसजेंडर विश्वविद्यालय कुशीनगर उत्तर प्रदेश में स्थित है।